वक़्त क्या बदला ये चमचे भी दग़ा देने लगे
जो दुआ देते थे कल तक बद-दुआ देने लगे
छिन गई कुर्सी तो लीडर पर उठा लीं कुर्सियाँ
जिन पे तकिया था वही पत्ते हवा देने लगे
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