Coupletss of Parveen Umm-e-Mushtaq (page 2)

Coupletss of Parveen Umm-e-Mushtaq (page 2)
नामपरवीन उम्म-ए-मुश्ताक़
अंग्रेज़ी नामParveen Umm-e-Mushtaq

चुभेंगे ज़ीरा-हा-ए-शीशा-ए-दिल दस्त-ए-नाज़ुक में

भेज तो दी है ग़ज़ल देखिए ख़ुश हों कि न हों

बद-क़िस्मतों को गर हो मयस्सर शब-ए-विसाल

बाल रुख़्सारों से जब उस ने हटाए तो खुला

ऐ सबा चलती है क्यूँ इस दर्जा इतराई हुई

अहल-ए-दुनिया बावले हैं बावलों की तू न सुन

अगर लोहे के गुम्बद में रखेंगे अक़रबा उन को

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