Ghazals of Parveen Kumar Ashk
नाम | परवीन कुमार अश्क |
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अंग्रेज़ी नाम | Parveen Kumar Ashk |
जन्म की तारीख | 1951 |
जन्म स्थान | Pathankot |
तू जब घर से चला जाता है
सीने पर रख हिजरत का पत्थर चुप-चाप
सावन में घबरा जाता है
समुंदर में खड़े हो रो रहे हो
समुंदर आँख से ओझल ज़रा नहीं होता
सफ़र में धूप है तो साएबान भी होगा
मौसम सूखे पेड़ गिराने वाला था
मैं रेत का महल हूँ मिरे पासबाँ दरख़्त
कोई ख़ुशबू न फूल हूँ मैं तो
ख़ुदा की बे-रुख़ी पर रो रही है
एक न इक दीवार सरकती रहती है
बर्फ़ से लड़ता था मेरे पास पानी क्यूँ नहीं