इधर मय-कदा है उधर बुत-कदा है
इधर मय-कदा है उधर बुत-कदा है
इधर मेरा साक़ी उधर दिलरुबा है
इधर है मिरी तिश्नगी का मुदावा
उधर मेरे दर्द-ए-जिगर की दवा है
इधर जोश-ए-सहबा उधर जोश-ए-उल्फ़त
इधर इब्तिदा है उधर इंतिहा है
इधर दुख़्तर-ए-रज़ की है काफ़िर जवानी
उधर हुस्न-ए-महबूब-ए-सिद्क़-ओ-सफ़ा है
इधर मय पिला कर गिराने का शेवा
उधर थाम लेने को दस्त-ए-वफ़ा है
इधर जाऊँ या मैं उधर जाऊँ 'पंकज'
इधर भी ख़ुदा है उधर भी ख़ुदा है
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