Ghazals of Pandit Daya Shankar Naseem Lakhnavi
नाम | पंडित दया शंकर नसीम लखनवी |
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अंग्रेज़ी नाम | Pandit Daya Shankar Naseem Lakhnavi |
जन्म की तारीख | 1811 |
मौत की तिथि | 1845 |
जन्म स्थान | Lucknow |
साक़ी क़दह-ए-शराब दे दे
क़ुर्स-ए-ख़ुर को देख कर तस्कीं रख ऐ मेहमान-ए-सुब्ह
ख़ुम न बन कर ख़ुद-ग़रज़ हो जाइए
जब न जीते-जी मिरे काम आएगी
जब हो चुकी शराब तो मैं मस्त मर गया
इश्क़ में दिल बन के दीवाना चला
दिल-ब-दिल आईना है दैर ओ हरम
दिल से हर-दम हमें आवाज़-बुका आती है
चमन में दहर के आ कर मैं क्या निहाल हुआ