Ghazals of Osama Zakir
नाम | ओसामा ज़ाकिर |
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अंग्रेज़ी नाम | Osama Zakir |
वेंटीलेटर जिस्म को नक़ली साँसों से भरता था
उसी के क़दमों से एक चेहरा निकालना है
सूख जाती है मिरी चश्म-ए-रवाँ बारिश में
रात तस्वीर नुमूदार हुई आँखों में
मंज़र का एहसान उतारा जा सकता है
मैं रात सुस्त अनासिर से तंग आ गया था
कितने गिर्दाब खो गए मुझ में
जब आफ़्ताब समुंदर में जा गिराता हूँ