Coupletss of Obaidullah Aleem
नाम | उबैदुल्लाह अलीम |
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अंग्रेज़ी नाम | Obaidullah Aleem |
जन्म की तारीख | 1939 |
मौत की तिथि | 1998 |
जन्म स्थान | Pakistan |
ज़मीं के लोग तो क्या दो दिलों की चाहत में
ज़मीन जब भी हुई कर्बला हमारे लिए
ये कैसी बिछड़ने की सज़ा है
तुम हम-सफ़र हुए तो हुई ज़िंदगी अज़ीज़
तुम अपने रंग नहाओ मैं अपनी मौज उड़ूँ
तू बू-ए-गुल है और परेशाँ हुआ हूँ मैं
सुख़न में सहल नहीं जाँ निकाल कर रखना
सुब्ह-ए-चमन में एक यही आफ़्ताब था
शिकस्ता-हाल सा बे-आसरा सा लगता है
शायद कि ख़ुदा में और मुझ में
शायद इस राह पे कुछ और भी राही आएँ
रौशनी आधी इधर आधी उधर
फिर इस तरह कभी सोया न इस तरह जागा
पलट सकूँ ही न आगे ही बढ़ सकूँ जिस पर
मुझ से मिरा कोई मिलने वाला
मैं उस को भूल गया हूँ वो मुझ को भूल गया
मैं तन्हा था मैं तन्हा हूँ
मैं एक से किसी मौसम मैं रह नहीं सकता
कोई और तो नहीं है पस-ए-ख़ंजर-आज़माई
ख़्वाब ही ख़्वाब कब तलक देखूँ
ख़ुर्शीद मिसाल शख़्स कल शाम
खा गया इंसाँ को आशोब-ए-मआश
काश देखो कभी टूटे हुए आईनों को
कल मातम बे-क़ीमत होगा आज उन की तौक़ीर करो
जो दिल को है ख़बर कहीं मिलती नहीं ख़बर
जो आ रही है सदा ग़ौर से सुनो उस को
जिस को मिलना नहीं फिर उस से मोहब्बत कैसी
जवानी क्या हुई इक रात की कहानी हुई
जब मिला हुस्न भी हरजाई तो उस बज़्म से हम
इंसान हो किसी भी सदी का कहीं का हो