आज आएँगे कल आएँगे कल आएँगे आज आएँगे
मुद्दत से यही वो कहते हैं मुद्दत से यही हम सुनते हैं
Ahmad Faraz
Rahat Indori
Habib Jalib
Javed Akhtar
Mohsin Naqvi
Faiz Ahmad Faiz
Parveen Shakir
Wasi Shah
Anwar Masood
Gulzar
Jaun Eliya
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वाह ये लुत्फ़-ए-सोज़-ए-उल्फ़त किस की बदौलत दिल की बदौलत
जो अच्छे हैं उन की कहानी भी अच्छी
मिलना जो न हो तुम को तो कह दो न मिलेंगे
बुलबुल का उड़ाया दिल नाहक़ ये ख़ाम-ख़याली फूलों की
चैन हो या बेचैनी हो पहले दिल घबराएगा
अभी उस क़यामत को मैं क्या कहूँ
रह-ए-तलब में बने वो नश्तर इधर से जाते उधर से आते
जब ज़िक्र किया मैं ने कभी वस्ल का उन से
दर्द-ए-फ़िराक़ दिल से जुदा हो तो जानिए
हम ने ये देख लिया देख लिया देख लिया
दम जो निकला तो मुद्दआ निकला
शर्मा के बिगड़ के मुस्कुरा कर