जब जब मैं ज़िंदगी की परेशानियों में था
जब जब मैं ज़िंदगी की परेशानियों में था
अपनों के बावजूद भी तन्हाइयों में था
आबादियों ने सारे भरम ही मिटा दिए
इस से ज़ियादा ख़ुश तो मैं वीरानियों में था
साहिल पे जो खड़े थे उन्हें मौज ले गई
मैं बच गया कि यार मैं तुग़्यानियों में था
आसानियों में ज़ीस्त ही बे-कैफ़ हो गई
जीने का अस्ल लुत्फ़ तो दुश्वारियों में था
करता भी क्या किसी से शिफ़ा की कोई उमीद
सारा का सारा शहर ही बीमारियों में था
जो सादा-लौह थे वो नशेबों में रह गए
चालाक जो भी शख़्स था ऊँचाइयों में था
कुछ आप ही ने ग़ौर से डाली नहीं नज़र
मेरा भी नाम आप के शैदाइयों में था
बातें तो सत्ह पर यूँ बहुत सी हुईं मगर
मेरा दिमाग़ झील की गहराइयों में था
'नायाब' भाई बन के गले जो मिला था कल
उस शख़्स का शुमार भी दंगाइयों में था
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