Ghazals of Nikhat Barelvi
नाम | निकहत बरेलवी |
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अंग्रेज़ी नाम | Nikhat Barelvi |
जन्म की तारीख | 1935 |
जन्म स्थान | Karachi |
समुंदर पुर-सुकूँ है दिल का तुग़्यानी नहीं कोई
रह-ए-वफ़ा के हर इक पेच-ओ-ख़म को जान लिया
मोहर-ब-लब है किस लिए, किस लिए बोलता नहीं
हर एक लम्हा तबीअत पे बार है, क्या है
ग़ुबार-ए-राह के मानिंद रहगुज़ार में हैं
ऐ मौज-ए-सबा सोज़-ए-मुजस्सम उसे कहना
ऐ दिल समाअतों पे सितम की दुहाई दे
अब उस की याद सताने को बार बार आए
अब अहल-ए-दिल हैं कि नायाब होते जाते हैं