मर्द
हर उस औरत से
आधी मोहब्बत करने लगता है
जो उस की
पूरी बात सुनती है
Parveen Shakir
Habib Jalib
Ahmad Faraz
Anwar Masood
Jaun Eliya
Rahat Indori
Mohsin Naqvi
Wasi Shah
Allama Iqbal
Faiz Ahmad Faiz
Mir Taqi Mir
Gulzar
Love Poetry
Funny Poetry
Sad Poetry
Rain Poetry
Sharabi Poetry
Friends Poetry
(422) Peoples Rate This
मैं जल गई हूँ धूप की किरनों से जा-ब-जा
कितने आलम गुज़र गए मुझ पर
किसी को याद करने के नहीं मख़्सूस कुछ लम्हे
ख़ुदी का राज़
आगही
और फिर मोहब्बत में जी के मर के देखा है
च्यूंटियाँ
आधी मोहब्बत
चाँद जैसा इश्क़
गुनाह
वजूद कर्ब से आगे
सुकूत-ए-शहर-ए-दिल की बेबसी को भी कोई समझे