साहिल पे अगर मिरा सफ़ीना आ जाए
साहिल पे अगर मिरा सफ़ीना आ जाए
दुनिया तुझे जीने का क़रीना आ जाए
बल नज़्अ' में आए जो मिरी आबरू पर
माथे पे अजल के पसीना आ जाए
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साहिल पे अगर मिरा सफ़ीना आ जाए
दुनिया तुझे जीने का क़रीना आ जाए
बल नज़्अ' में आए जो मिरी आबरू पर
माथे पे अजल के पसीना आ जाए
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