Nazam Poetry (page 65)
बर्फ़ की मूर्ती
परवीन शीर
अधूरा उंसुर
परवीन शीर
बे-चेहरगी
परवेज़ शाहिदी
ब़ाँबी
परवेज़ शाहिदी
बहरा गोया
परवेज़ शाहिदी
सद्र दरवाज़े पे मुंतज़र
परवीन ताहिर
कहाँ
परवीन ताहिर
धूप की ठोकर
परवीन ताहिर
आख़िरी सम्त में बिछी बिसात
परवीन ताहिर
ज़ूद-पशीमान
परवीन शाकिर
ज़िद
परवीन शाकिर
वो बाग़ में मेरा मुंतज़िर था
परवीन शाकिर
वाहिमा
परवीन शाकिर
ताज-महल
परवीन शाकिर
सिर्फ़ एक लड़की
परवीन शाकिर
शुगून
परवीन शाकिर
पज़ीराई
परवीन शाकिर
अोथेलो
परवीन शाकिर
निक-नेम
परवीन शाकिर
नहीं मेरा आँचल मैला है
परवीन शाकिर
नए साल की पहली नज़्म
परवीन शाकिर
मुझे मत बताना
परवीन शाकिर
मशवरा
परवीन शाकिर
मसअला
परवीन शाकिर
लेकिन बड़ी देर हो चुकी थी
परवीन शाकिर
ख़्वाब
परवीन शाकिर
ख़ुद से मिलने की फ़ुर्सत किसे थी
परवीन शाकिर
जुदाई की पहली रात
परवीन शाकिर
जिज़्या
परवीन शाकिर
गए जनम की सदा
परवीन शाकिर