Nazam Poetry (page 35)
चुपके से इधर आ जाओ
शहरयार
चलो तुम को....
शहरयार
अपनी याद में
शहरयार
अजीब काम
शहरयार
अहद-ए-हाज़िर की दिल-रुबा मख़्लूक़
शहरयार
अब के बरस
शहरयार
आरज़ू
शहरयार
आख़िरी साँस
शहरयार
वो बात
शहराम सर्मदी
तुम अपनी सब्ज़ आँखें बंद कर लो
शहराम सर्मदी
तज्ज़िया
शहराम सर्मदी
शिकस्त
शहराम सर्मदी
पतंग उड़ाने से पहले
शहराम सर्मदी
पहले इश्क़ की मौत पर
शहराम सर्मदी
मुनकिर-ए-हक़
शहराम सर्मदी
मौसम-ए-हिज्र में
शहराम सर्मदी
मैं वापस आऊँगा
शहराम सर्मदी
महसूर था
शहराम सर्मदी
लौह-ए-अय्याम
शहराम सर्मदी
किताब गुमराह कर रही है
शहराम सर्मदी
ख़ुदा से
शहराम सर्मदी
ख़ला सा कहीं है
शहराम सर्मदी
कार-ए-जहाँ दराज़ है
शहराम सर्मदी
कार-ए-बेहूदा
शहराम सर्मदी
कल शाम
शहराम सर्मदी
जब तुम मुझ से मिलने आओ
शहराम सर्मदी
हुवल-इश्क़
शहराम सर्मदी
अपना अपना दुख
शहराम सर्मदी
ऐसा हो कि ना-मौऊद हो
शहराम सर्मदी
अहल-ए-दिल को बुला रहा हूँ
शहराम सर्मदी