नाज़ ख़यालवी कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का नाज़ ख़यालवी
नाम | नाज़ ख़यालवी |
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अंग्रेज़ी नाम | Naz Naz Khialvi |
फूलने-फलने लगे हैं साहब-ए-ज़र और भी
पहले जैसा रंग-ए-बाम-ओ-दर नहीं लगता मुझे
दिल का हर ज़ख़्म जवाँ हो तो ग़ज़ल होती है
बहुत अर्सा गुनहगारों में पैग़मबर नहीं रहते
अज़ाब-ए-हसरत-ओ-आलाम से निकल जाओ