Ghazals of Nawab Sulaiman Shikoh
नाम | नवाब सुलेमान शिकोह |
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अंग्रेज़ी नाम | Nawab Sulaiman Shikoh |
साक़िया है ये जाम का आलम
जब तेग़ को पकड़ वो खूँ-ख़्वार घर से निकला
घर से बुर्क़ा जो उलट वो मह-ए-ताबाँ निकला
औरों की तरह से अब न टालो
नाम | नवाब सुलेमान शिकोह |
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अंग्रेज़ी नाम | Nawab Sulaiman Shikoh |
साक़िया है ये जाम का आलम
जब तेग़ को पकड़ वो खूँ-ख़्वार घर से निकला
घर से बुर्क़ा जो उलट वो मह-ए-ताबाँ निकला
औरों की तरह से अब न टालो