हाँ आइने में नाज़ की तस्वीर देख लो
गेसू के ख़म में हुस्न की ज़ंजीर देख लो
ग़ुस्सा अगर है मुझ पे तो वो भी है इक अदा
चीन-ए-जबीं में इश्क़ की तस्वीर देख लो
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मय-ख़्वार हूँ मैं वुसअत-ए-मय-ख़ाना दिल में है
कौन जाने कि ख़यालात हैं दिल में कैसे
आँखों से राज़ फ़ाश है सब दिल के हाल का
हाँ आइने मैं नाज़ की तस्वीर देख लो