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मोहब्बत की वो आहट पा न जाए - नज्म आफ़न्दी कविता - Darsaal

मोहब्बत की वो आहट पा न जाए

मोहब्बत की वो आहट पा न जाए

अदाओं में तकल्लुफ़ आ न जाए

तिरी आँखों में आँखें डाल दी हैं

करें क्या जब तुझे देखा न जाए

कहीं ख़ुद भी बदलता है ज़माना

ज़बरदस्ती अगर बदला न जाए

मोहब्बत राह चलते टोकती है

किसी दिन ज़द में तू भी आ न जाए

वहाँ तक दीन के साथी हज़ारों

जहाँ तक हाथ से दुनिया न जाए

तिरे जोश-ए-करम से डर रहा हूँ

दिल-ए-दर्द-आश्ना इतरा न जाए

कहाँ तुम दर्द-ए-दिल ले कर चले 'नजम'

मिज़ाज-ए-दर्द-ए-दिल पूछा न जाए

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In Hindi By Famous Poet Najm Aafandi. is written by Najm Aafandi. Complete Poem in Hindi by Najm Aafandi. Download free  Poem for Youth in PDF.  is a Poem on Inspiration for young students. Share  with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.