Ghazals of Nadeem Fazli
नाम | नदीम फ़ाज़ली |
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अंग्रेज़ी नाम | Nadeem Fazli |
जन्म की तारीख | 1959 |
जन्म स्थान | Bhiwandi |
यूँ ख़ुश-गुमान रक्खा गया उमर भर मुझे
वो यक-ब-यक उसे दल में उतारने का अमल
सब को ये फ़िक्र हाथ से अब एक पल न जाए
राज़-ए-फ़ितरत से अयाँ हो कोई मंज़र कोई धुन
रात की ज़ुल्फ़ कहीं ता-ब-कमर खुल जाए
मुश्किलें ख़ाल ख़ाल चाहते हैं
मअ'रका ही मअ'रका चारों तरफ़
मरहला अब के दिगर है आइने के सामने
किसी भी रौशन ख़याल से आश्ना नहीं है
की तू ने लब-कुशाई तो किस के हुज़ूर की
कहाँ कोई ख़ज़ाना चाहता हूँ
जनम जनम की तकान होती न बाल-ओ-पर में
हर एक बात किसी बात पर है गोया तंज़
हमीं पे तंग ये वक़्त-ए-रवाँ हुआ तो क्या
इक क़ुर्ब जो क़ुर्बत को रसाई नहीं देता
दिल की राहें रौशन करते रहते हैं
बसीरतों का नज़र एहतिराम करती है
अपनी रूदाद यूँ बयाँ हो जाए
अजीब जंग-ओ-जिदाल हर पल है मेरे अंदर
अब अपनी ज़ात का इरफ़ान होने वाला है
आसमाँ इश्क़ की अज़्मत के सिवा भी कुछ है
आप को मुझ से ख़फ़ा मुझ से ख़फ़ा देखता हूँ