Ghazals of Nadeem Farrukh
नाम | नदीम फर्रुख |
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अंग्रेज़ी नाम | Nadeem Farrukh |
वो पथराई सी आँखों को भी काजल भेज देता है
कुछ इस तरह से ज़माने पे छाना चाहता है
कई सपने अधूरे रह गए हैं
हाथों को कश्कोल बनाए बैठे हैं
ग़म-ओ-ख़ुशी के अगर सिलसिले नहीं चलते
भूल जाओगे तुम अगर मुझ को
अल्फ़ाज़ बिक रहे थे ख़रीदे नहीं गए