Coupletss of Mustafa Shahab
नाम | मुस्तफ़ा शहाब |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Mustafa Shahab |
ज़ेहन में याद के घर टूटने लगते हैं 'शहाब'
सुब्ह तक जाने कहाँ मुझ को उड़ा कर ले जाए
शायद वो भूली-बिसरी न हो आरज़ू कोई
मैं सच से गुरेज़ाँ हूँ और झूट पे नादिम हूँ
मैं भी शायद आप को तन्हा मिलों
मैं और मेरा शौक़-ए-सफ़र साथ हैं मगर
ख़ौफ़ इक बुलंदी से पस्तियों में रुलने का
कार-ए-ज़िंदगानी के शोर-ओ-शर में मुद्दत से
कहा था मैं ने खो कर भी तुझे ज़िंदा रहूँगा
इस्तिआरे ज़मीन से जाएँ
इस तरह सजा रक्खे हैं मैं ने दर-ओ-दीवार
हम में और परिंदों में फ़र्क़ सिर्फ़ इतना है
होते होते मैं पहुँच जाता हूँ अपने आप तक
हक़ीक़त को तमाशे से जुदा करने की ख़ातिर
गो तर्क-ए-तअल्लुक़ में भी शामिल हैं कई दुख
दिल सँभाले नहीं सँभलता है
दर कुंज-ए-सदा-बंद का खोलेंगे किसी रोज़
बिखरा बिखरा सा साज़-ओ-सामाँ है
बिछड़ा वो मुझ से ऐसे न बिछड़े कभी कोई
अपनी कश्ती सर पे रख कर चल रहे हैं हम 'शहाब'
ऐसा भी कभी हो मैं जिसे ख़्वाब में देखूँ