मुश्ताक़ सिंह कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का मुश्ताक़ सिंह
नाम | मुश्ताक़ सिंह |
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अंग्रेज़ी नाम | Mushtaq Singh |
सारी रात कहानी सुन के हम तो लब न खोलेंगे
क्या करूँ कुछ भी समझ आता नहीं
कभी नसीब की भूले से भी सहर न हुई
दिल-ए-शोरीदा बता तेरी ये आदत क्या है
नाम | मुश्ताक़ सिंह |
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अंग्रेज़ी नाम | Mushtaq Singh |
सारी रात कहानी सुन के हम तो लब न खोलेंगे
क्या करूँ कुछ भी समझ आता नहीं
कभी नसीब की भूले से भी सहर न हुई
दिल-ए-शोरीदा बता तेरी ये आदत क्या है