Ghazals of Mushtaq Sadaf
नाम | मुशताक़ सदफ़ |
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अंग्रेज़ी नाम | Mushtaq Sadaf |
जन्म की तारीख | 1969 |
ये जो लम्बी रात है यारो
रफ़्ता रफ़्ता डर जाएँगे
महरूमियों का मुझ को जो आदी बना दिया
कभी अनजाने में जब भी किसी का दिल दुखाता हूँ
जुनूँ में ध्यान से आख़िर फिसल गई कोई शय
जब अच्छे थे दिन रात कम याद आए
हम अपनी मोहब्बत का तमाशा नहीं करते
दर्द को दर्द कहो दर्द के क़ाबिल हो जाओ
आइना ऐसा कभी देखा न था