मुश्ताक़ अंजुम कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का मुश्ताक़ अंजुम
नाम | मुश्ताक़ अंजुम |
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अंग्रेज़ी नाम | Mushtaq Anjum |
याद तो आए कई चेहरे हर इक गाम के बा'द
याद तो आए कई चेहरे हर इक गाम के बा'द
उस की आँखों में हया और इशारा भी है
तेरी उल्फ़त को जगा रक्खा है
शाम-ए-ग़म से शब-ए-अंदोह से चश्म-ए-तर से
शफ़्फ़ाफ़ सत्ह-ए-आब का मंज़र कहाँ गया
सभी तो हैं मगर अब मेहरबाँ कहाँ है कोई
क़हक़हे की मौत है या मौत की आवाज़ है
नाव टूटी हुई बिफरा हुआ दरिया देखा
मिरा दिल अजब शादमानी में गुम है
दिल में कुछ है बयान में कुछ है
बाल-ओ-पर रखते नहीं अज़्म-ए-सफ़र रखते हैं
अश्क पलकों पे जो आएँ तो छुपाए न बने