Ghazals of Musavvir Firozpuri
नाम | मुसव्विर फ़िरोज़पुरी |
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अंग्रेज़ी नाम | Musavvir Firozpuri |
वो सर्दी से ठिठुरता है न गर्मी ही सताती है
मैं निकल के आ गया हूँ तिरी बंदगी से आगे
इश्क़ अब जावेदाँ नहीं मिलता
दिल के सुकूँ के वास्ते भटके कहाँ कहाँ
ढूँड जुगनू कोई ज़ुल्मत को मिटाने वाला
अपनी तो मोहब्बत की इतनी सी कहानी है