Ghazals of Mukhtar Javed
नाम | मुख़तार जावेद |
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अंग्रेज़ी नाम | Mukhtar Javed |
तीर ओ कमान, ख़ंजर ओ तलवार बन गए
कुछ तो मौक़ूफ़ निगाहों की चमक पर होगा
ख़ुदा की ज़ात ने जब दर्द का नुज़ूल किया
हदफ़ हूँ दुश्मन-ए-जाँ की नज़र में रहता हूँ
अब्र बे-वज्ह नहीं दश्त के ऊपर आए