मुबारक शमीम कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का मुबारक शमीम
नाम | मुबारक शमीम |
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अंग्रेज़ी नाम | Mubarak Shamim |
जन्म की तारीख | 1924 |
मैं वो इक जिंस-ए-गिराँ हूँ सर-ए-बाज़ार कि बस
ख़िज़ाँ में सूख गया मैं तो ये मुक़द्दर था
कम-निगही का शिकवा कैसा अपने या बेगाने से
हसरतो अब फिर वही तक़रीब होना चाहिए
अपने हाथों की लकीरें न मिटा रहने दे