अकेली औरत और टी-वी
शौहर की मौत के ब'अद
घर में वो
अकेली रह गई थी!
वक़्त काटे न कटता था
छोटा सा घर
बहुत बड़ा लगता था!
गुज़रा हुआ
अच्छा समय याद आता था
तन्हाई का एहसास
अंदर ही अंदर
खाए जाता था!
घबरा के उस ने
टी-वी पाल लिया
हँसते गाते टी-वी ने
उसे सँभाल लिया!!
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