मोहम्मद अल्वी कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का मोहम्मद अल्वी
नाम | मोहम्मद अल्वी |
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अंग्रेज़ी नाम | Mohammad Alvi |
जन्म की तारीख | 1927 |
मौत की तिथि | 2018 |
जन्म स्थान | Ahmadabad |
ज़मीं छोड़ने का अनोखा मज़ा
ये कहाँ दोस्तों में आ बैठे
यार आज मैं ने भी इक कमाल करना है
यक्का उलट के रह गया घोड़ा भड़क गया
वो जंगलों में दरख़्तों पे कूदते फिरना
उतार फेंकूँ बदन से फटी पुरानी क़मीस
उसे मैं ने भी कल देखा था 'अल्वी'
उस से मिले ज़माना हुआ लेकिन आज भी
उस से बिछड़ते वक़्त मैं रोया था ख़ूब-सा
उस से भी मिल कर हमें मरने की हसरत रही
उन को गुनाह करते हुए मैं ने जा लिया
उन दिनों घर से अजब रिश्ता था
तुड़ा-मुड़ा है मगर ख़ुदा है
थोड़ी सर्दी ज़रा सा नज़ला है
तिरा न मिलना अजब गुल खिला गया अब के
तारीफ़ सुन के दोस्त से 'अल्वी' तू ख़ुश न हो
सुब्ह से खोद रहा हूँ घर को
शरीफ़े के दरख़्तों में छुपा घर देख लेता हूँ
शांति की दुकानें खोली हैं
सर्दी में दिन सर्द मिला
सामने दीवार पर कुछ दाग़ थे
सदियों से किनारे पे खड़ा सूख रहा है
सब नमाज़ें बाँध कर ले जाऊँगा मैं अपने साथ
रोज़ कहता है हवा का झोंका
रोज़ अच्छे नहीं लगते आँसू
रखते हो अगर आँख तो बाहर से न देखो
रात पड़े घर जाना है
रात मिली तन्हाई मिली और जाम मिला
रात कौन आया था
परिंदे दूर फ़ज़ाओं में खो गए 'अल्वी'