Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_9f84cf31b3b2f6ca25a0f5f41d1d4f6f, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
आप को गर्दिश-ए-अय्याम से डर लगता है - मोहम्मद अब्बास सफ़ीर कविता - Darsaal

आप को गर्दिश-ए-अय्याम से डर लगता है

आप को गर्दिश-ए-अय्याम से डर लगता है

और हमें इश्क़ के अंजाम से डर लगता है

चश्म-ए-साक़ी के इशारे में निहाँ क्या शय थी

हसरत-ए-बादा-ए-गुलफ़ाम से डर लगता है

ज़ेर-ए-लब उन के तबस्सुम से सुकून माँग तो लूँ

अपनी ही जुरअत-ए-नाकाम से डर लगता है

नाम जो आठ-पहर विर्द-ए-ज़बाँ रहता था

अब ये वहशत है उसी नाम से डर लगता है

हज़रत-ए-ख़िज़र से थी राहबरी की ख़्वाहिश

अब उसी ख़्वाहिश-ए-नाकाम से डर लगता है

मंज़िलें इश्क़ की बे-ख़ौफ़-ओ-ख़तर तय कीं हैं

अब ये आलम है कि हर गाम से डर लगता है

क्यूँ वज़ीफ़ा सहर-ओ-शाम किया तर्क 'सफ़ीर'

क्यूँ ख़्याल-ए-सहर-ओ-शाम से डर लगता है

(596) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Aapko Gardish-e-ayyam Se Dar Lagta Hai In Hindi By Famous Poet Mohammad Abbas Safiir. Aapko Gardish-e-ayyam Se Dar Lagta Hai is written by Mohammad Abbas Safiir. Complete Poem Aapko Gardish-e-ayyam Se Dar Lagta Hai in Hindi by Mohammad Abbas Safiir. Download free Aapko Gardish-e-ayyam Se Dar Lagta Hai Poem for Youth in PDF. Aapko Gardish-e-ayyam Se Dar Lagta Hai is a Poem on Inspiration for young students. Share Aapko Gardish-e-ayyam Se Dar Lagta Hai with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.