तुझ से क़िस्मत में मिरी सूरत-ए-क़ुफ़्ल-ए-अबजद
तुझ से क़िस्मत में मिरी सूरत-ए-क़ुफ़्ल-ए-अबजद
था लिखा बात के बनते ही जुदा हो जाना
(2985) Peoples Rate This
तुझ से क़िस्मत में मिरी सूरत-ए-क़ुफ़्ल-ए-अबजद
था लिखा बात के बनते ही जुदा हो जाना
(2985) Peoples Rate This