Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_1c36aefa29bf2cd49f1eeee581b275a6, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
दिल-ए-नादाँ तुझे हुआ क्या है - ग़ालिब कविता - Darsaal

दिल-ए-नादाँ तुझे हुआ क्या है

दिल-ए-नादाँ तुझे हुआ क्या है

आख़िर इस दर्द की दवा क्या है

हम हैं मुश्ताक़ और वो बे-ज़ार

या इलाही ये माजरा क्या है

मैं भी मुँह में ज़बान रखता हूँ

काश पूछो कि मुद्दआ' क्या है

जब कि तुझ बिन नहीं कोई मौजूद

फिर ये हंगामा ऐ ख़ुदा क्या है

ये परी-चेहरा लोग कैसे हैं

ग़म्ज़ा ओ इश्वा ओ अदा क्या है

शिकन-ए-ज़ुल्फ़-ए-अंबरीं क्यूँ है

निगह-ए-चश्म-ए-सुरमा सा क्या है

सब्ज़ा ओ गुल कहाँ से आए हैं

अब्र क्या चीज़ है हवा क्या है

हम को उन से वफ़ा की है उम्मीद

जो नहीं जानते वफ़ा क्या है

हाँ भला कर तिरा भला होगा

और दरवेश की सदा क्या है

जान तुम पर निसार करता हूँ

मैं नहीं जानता दुआ क्या है

मैं ने माना कि कुछ नहीं 'ग़ालिब'

मुफ़्त हाथ आए तो बुरा क्या है

(1628) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Dil-e-nadan Tujhe Hua Kya Hai In Hindi By Famous Poet Mirza Ghalib. Dil-e-nadan Tujhe Hua Kya Hai is written by Mirza Ghalib. Complete Poem Dil-e-nadan Tujhe Hua Kya Hai in Hindi by Mirza Ghalib. Download free Dil-e-nadan Tujhe Hua Kya Hai Poem for Youth in PDF. Dil-e-nadan Tujhe Hua Kya Hai is a Poem on Inspiration for young students. Share Dil-e-nadan Tujhe Hua Kya Hai with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.