Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_7f85f0b3c8db284492f8d40701d02013, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
अज़-मेहर ता-ब-ज़र्रा दिल-ओ-दिल है आइना - ग़ालिब कविता - Darsaal

अज़-मेहर ता-ब-ज़र्रा दिल-ओ-दिल है आइना

अज़-मेहर ता-ब-ज़र्रा दिल-ओ-दिल है आइना

तूती को शश-जिहत से मुक़ाबिल है आइना

हैरत हुजूम-ए-लज़्ज़त-ए-ग़लतानी-ए-तपिश

सीमाब-ए-बालिश ओ कमर-ए-दिल है आइना

ग़फ़लत ब-बाल-ए-जौहर-ए-शमशीर पर-फ़िशाँ

याँ पुश्त-ए-चश्म-ए-शोख़ी-ए-क़ातिल है आइना

हैरत-निगाह-ए-बर्क़-ए-तमाशा बहार-ए-शोख़

दर-पर्दा-ए-हवा पर-ए-बिस्मिल है आइना

याँ रह गए हैं नाख़ुन-ए-तदबीर टूट कर

जौहर-तिलिस्म-ए-उक़्दा-ए-मुश्किल है आइना

हम-ज़ानू-ए-तअम्मुल ओ हम-जल्वा-गाह-ए-गुल

आईना-बंद ख़ल्वत-ओ-महफ़िल है आइना

दिल कार-गाह-ए-फ़िक्र ओ 'असद' बे-नवा-ए-दिल

याँ संग-ए-आस्ताना-ए-'बेदिल' है आइना

(1549) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Az-mehr Ta-ba-zarra Dil-o-dil Hai Aaina In Hindi By Famous Poet Mirza Ghalib. Az-mehr Ta-ba-zarra Dil-o-dil Hai Aaina is written by Mirza Ghalib. Complete Poem Az-mehr Ta-ba-zarra Dil-o-dil Hai Aaina in Hindi by Mirza Ghalib. Download free Az-mehr Ta-ba-zarra Dil-o-dil Hai Aaina Poem for Youth in PDF. Az-mehr Ta-ba-zarra Dil-o-dil Hai Aaina is a Poem on Inspiration for young students. Share Az-mehr Ta-ba-zarra Dil-o-dil Hai Aaina with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.