महेश चंद्र नक़्श कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का महेश चंद्र नक़्श
नाम | महेश चंद्र नक़्श |
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अंग्रेज़ी नाम | Mahesh Chandra Naqsh |
जन्म की तारीख | 1922 |
मौत की तिथि | 1980 |
जन्म स्थान | Dehli |
ज़िंदगी इस तरह भटकती है
ये चमेली की अध-खिली कलियाँ
वो अँधेरे जो मुंजमिद से थे
तेरी फ़ितरत सुकूँ-पसंदी है
शौक़-ओ-अरमाँ की बे-क़रारी को
शम्-ए-ज़र्रीं की नर्म लौ ऐ दोस्त
रंग-अफ़्शाँ हो जिस तरह उमीद
फिर किसी बात का ख़याल आया
पर-फ़िशाँ है थका थका सा ख़याल
ना-मुरादी के तुंद तूफ़ाँ में
मुस्कुराया है यूँ तिरा चेहरा
जब कभी आलम-ए-तसव्वुर में
है कुछ ऐसी ही बरहमी ऐ दिल
हाए ये सादगी ओ पुरकारी
हाल-ए-दिल तुम से आज कहता हूँ
एक मुद्दत सितम उठाने पर
दिन ये बदलेगा रात बदलेगी
दिल पे लगते हैं सैकड़ों नश्तर
दिल में न जाने कितनी उमीदें लिए हुए
चेहरा-ए-आफ़ाक़ को देती है नूर
और कुछ दैर अभी ठहर जाओ
अपनी फ़ितरत पे नाज़ है मुझ को
आरज़ू है कि अब मिरी हस्ती