क़त्ल-ए-आशिक़ किसी माशूक़ से कुछ दूर न था
क़त्ल-ए-आशिक़ किसी माशूक़ से कुछ दूर न था
पर तिरे अहद से आगे तो ये दस्तूर न था
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पर तिरे अहद से आगे तो ये दस्तूर न था
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