ये बज़्म-गीर अमल है बे-नग़्मा-ओ-सौत
ये बज़्म-गीर अमल है बे-नग़्मा-ओ-सौत
इस दाएरे में वलवला-ए-रूह है फ़ौत
यक-रंगी ओ यकसानी-ए-उस्लू-ए-बहयात
दर-अस्ल है एक साँस लेती हुई मौत
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ये बज़्म-गीर अमल है बे-नग़्मा-ओ-सौत
इस दाएरे में वलवला-ए-रूह है फ़ौत
यक-रंगी ओ यकसानी-ए-उस्लू-ए-बहयात
दर-अस्ल है एक साँस लेती हुई मौत
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