Love Poetry of Iqbal Umar
नाम | इक़बाल उमर |
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अंग्रेज़ी नाम | Iqbal Umar |
कविताएं
Ghazal 8
Couplets 1
Love 7
Sad 7
Heart Broken 7
Bewafa 1
Hope 4
Friendship 1
बारिश 2
ख्वाब 2
मौसमों की बातों तक गुफ़्तुगू रही अपनी
मैं कि वक़्फ़-ए-ग़म-ए-दौराँ न हुआ था सो हुआ
हर बात जो न होना थी ऐसी हुई कि बस
एक इक लम्हा कि एक एक सदी हो जैसे
दोस्तों में वाक़ई ये बहस भी अक्सर हुई
छतों पे आग रही बाम-ओ-दर पे धूप रही
अब इलाज-ए-दिल-ए-बीमार-ए-सहर हो कि न हो