इक़बाल सफ़ी पूरी कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का इक़बाल सफ़ी पूरी
नाम | इक़बाल सफ़ी पूरी |
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अंग्रेज़ी नाम | Iqbal Safi Puri |
जन्म की तारीख | 1916 |
मौत की तिथि | 1999 |
मिरे लबों का तबस्सुम तो सब ने देख लिया
कोई समझाए कि क्या रंग है मयख़ाने का
कौन जाने कि इक तबस्सुम से
चश्म-ए-साक़ी मुझे हर गाम पे याद आती है
वो निगाहों को जब बदलते हैं
हर मोड़ नई इक उलझन है क़दमों का सँभलना मुश्किल है
गुज़र गई जो चमन पर वो कोई क्या जाने
गर्दिशों में भी हम रास्ता पा गए
दामन-ए-दिल है तार तार अपना