Khawab Poetry of Iqbal Kausar
नाम | इक़बाल कौसर |
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अंग्रेज़ी नाम | Iqbal Kausar |
कविताएं
Ghazal 12
Nazam 2
Couplets 10
Love 11
Sad 10
Heart Broken 8
Bewafa 1
Hope 4
Friendship 3
Islamic 2
Social 1
बारिश 1
ख्वाब 4
तिरे जुज़्व जुज़्व ख़याल को रग-ए-जाँ में पूरा उतार कर
मिरी ख़ाक उस ने बिखेर दी सर-ए-रह ग़ुबार बना दिया
इक लौ थी मिरे ख़ून में तहलील तो ये थी
अगरचे मुझ को बे-तौक़-ओ-रसन-बस्ता नहीं छोड़ा