Love Poetry of Iqbal Husain Rizvi Iqbal
नाम | इक़बाल हुसैन रिज़वी इक़बाल |
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अंग्रेज़ी नाम | Iqbal Husain Rizvi Iqbal |
जन्म की तारीख | 1933 |
वो आ रहे हैं वो जा रहे हैं मिरे तसव्वुर पे छा रहे हैं
टुकड़े टुकड़े मिरा दामान-ए-शकेबाई है
पाता हूँ इज़्तिराब रुख़-ए-पुर-हिजाब में
निगाहों से मेरी निगाहें बचाए
नज़र जिन की उलझ जाती है उन की ज़ुल्फ़-ए-पेचाँ से
मिरी नज़र से जो नज़रें बचाए बैठे हैं
इश्क़ इतना कमाल रखता है
दिल-ए-मुज़्तर को हम कुछ इस तरह समझाए जाते हैं
आँखों को इंतिशार है दिल बे-क़रार है