Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_12ec80a245ea365896074e69a8802228, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
बुझ गई दिल की किरन आईना-ए-जाँ टूटा - इक़बाल हैदर कविता - Darsaal

बुझ गई दिल की किरन आईना-ए-जाँ टूटा

बुझ गई दिल की किरन आईना-ए-जाँ टूटा

पर-ए-पर्वाज़ समेटे तो लहू सा फूटा

रस्म-ए-आशुफ़्ता-सरी में हैं गरेबाँ दामन

फ़लक-ए-पीर बता कौन है सच्चा झूटा

चाँद सूरज हुए जाते हैं धुएँ में रू-पोश

जरस-ए-वक़्त कहाँ आग का चश्मा फूटा

मर्सियों और क़सीदों से भरी है महफ़िल

शहर-आशोब से हर रिश्ता-ए-दानिश टूटा

शजर-ए-दर्द की हर शाख़ है कश्कोल-नुमा

सर-कशीदा है मगर बाग़ का बूटा बूटा

वही कैफ़िय्यत-ए-चश्म-ओ-दिल-ओ-जाँ है 'इक़बाल'

न कोई रब्त बना और न रिश्ता टूटा

(1016) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Bujh Gai Dil Ki Kiran Aaina-e-jaan TuTa In Hindi By Famous Poet Iqbal Haider. Bujh Gai Dil Ki Kiran Aaina-e-jaan TuTa is written by Iqbal Haider. Complete Poem Bujh Gai Dil Ki Kiran Aaina-e-jaan TuTa in Hindi by Iqbal Haider. Download free Bujh Gai Dil Ki Kiran Aaina-e-jaan TuTa Poem for Youth in PDF. Bujh Gai Dil Ki Kiran Aaina-e-jaan TuTa is a Poem on Inspiration for young students. Share Bujh Gai Dil Ki Kiran Aaina-e-jaan TuTa with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.