इंतिख़ाब सय्यद कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का इंतिख़ाब सय्यद
नाम | इंतिख़ाब सय्यद |
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अंग्रेज़ी नाम | Intikhab Syed |
लोग न जाने कैसी कैसी बातें करते हैं
अपने बदन को छोड़ के पछताओगे मियाँ
शोर से बच कर सहमा सहमा बैठा है चुप-चाप
हर एक शख़्स के विज्दान से ख़िताब करे
दूर तक बस ख़ून के ठहरे हुए दरिया मिले
अपने बदन को छोड़ के पछताओगे मियाँ
अंदेशों का ज़हर पिया है