Love Poetry of Intikhab Alam
नाम | इंतिख़ाब अालम |
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अंग्रेज़ी नाम | Intikhab Alam |
चाँद
हरा-भरा था चमन में शजर अकेला था
बैठ जाता था मैं थक कर अपने तन की छाँव में
नाम | इंतिख़ाब अालम |
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अंग्रेज़ी नाम | Intikhab Alam |
चाँद
हरा-भरा था चमन में शजर अकेला था
बैठ जाता था मैं थक कर अपने तन की छाँव में