Hope Poetry of Imran-ul-haq Chauhan
नाम | इमरान-उल-हक़ चौहान |
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अंग्रेज़ी नाम | Imran-ul-haq Chauhan |
कविताएं
Ghazal 8
Couplets 7
Love 7
Sad 8
Heart Broken 10
Hope 5
Friendship 2
Islamic 1
Sufi 1
Social 1
ख्वाब 1
Sharab 2
उस का बदन भी चाहिए और दिल भी चाहिए
पयाम ले के हवा दूर तक नहीं जाती
मौसम-ए-गुल है तिरे सुर्ख़ दहन की हद तक
कोई तो है जो आहों में असर आने नहीं देता
अपने लहू में ज़हर भी ख़ुद घोलता हूँ मैं