Hope Poetry of Imran Shamshad
नाम | इमरान शमशाद |
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अंग्रेज़ी नाम | Imran Shamshad |
कविताएं
Ghazal 14
Nazam 6
Couplets 3
Love 15
Sad 8
Heart Broken 14
Hope 3
Friendship 1
Islamic 5
Sufi 1
बारिश 2
ख्वाब 6
Sharab 1
ठहर के देख तू इस ख़ाक से क्या क्या निकल आया
जल कर जिस ने जल को देखा
हमारी मोहब्बत नुमू से निकल कर कली बन गई थी मगर थी नुमू में