Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_8c8630e87709fd0a2d1c6f36c602c316, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
ज़िंदगी में जो ये रवानी है - इमरान शमशाद कविता - Darsaal

ज़िंदगी में जो ये रवानी है

ज़िंदगी में जो ये रवानी है

एक किरदार की कहानी है

मैं ने उस से कहा ये आँसू हैं

उस ने मुझ से कहा ये पानी है

ताज़ा ताज़ा है तेरा ग़म 'इमरान'

ये कहानी बड़ी पुरानी है

एक तो सर-फिरी हवा की चाल

और कश्ती भी बादबानी है

ज़ख़्म जिस वक़्त की अमानत था

दर्द उस दौर की निशानी है

शेर जिस को समझ रहे हैं जनाब

ये हक़ीक़त में बे-ज़बानी है

फिर वही है सवाल-ए-कौन-ओ-मकाँ

फिर वही मेरी बे-मकानी है

ऐ ख़ुदा ये वजूद का झगड़ा

ख़ाक का है कि आसमानी है

(849) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Zindagi Mein Jo Ye Rawani Hai In Hindi By Famous Poet Imran Shamshad. Zindagi Mein Jo Ye Rawani Hai is written by Imran Shamshad. Complete Poem Zindagi Mein Jo Ye Rawani Hai in Hindi by Imran Shamshad. Download free Zindagi Mein Jo Ye Rawani Hai Poem for Youth in PDF. Zindagi Mein Jo Ye Rawani Hai is a Poem on Inspiration for young students. Share Zindagi Mein Jo Ye Rawani Hai with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.