Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_3fd40f5989fb9021d5ccc963c7ded486, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
रफ़्ता रफ़्ता सब कुछ अच्छा हो जाएगा - इमरान शमशाद कविता - Darsaal

रफ़्ता रफ़्ता सब कुछ अच्छा हो जाएगा

रफ़्ता रफ़्ता सब कुछ अच्छा हो जाएगा

इन-शाआल्लाह सब कुछ अच्छा हो जाएगा

आड़े-तिरछे मंज़र सीधे हो जाएँगे

उल्टा सीधा सब कुछ अच्छा हो जाएगा

दुख से सुख का रिश्ता जिस दिन जान गए हम

रोना हँसना सब कुछ अच्छा हो जाएगा

मिल जाएगा जब रस्तों से अपना रस्ता

आना जाना सब कुछ अच्छा हो जाएगा

जब रस्ते में उस की ख़ुशबू मिल जाएगी

रुकना, चलना सब कुछ अच्छा हो जाएगा

धुल जाएँगे सारे मंज़र धुल जाएँगे

हो जाएगा सब कुछ अच्छा हो जाएगा

लम्बे ठिगने एक बराबर हो जाएँगे

ऊँचा नीचा सब कुछ अच्छा हो जाएगा

माज़ी हाल और मुस्तक़िल के सब लम्हों में

नया पुराना सब कुछ अच्छा हो जाएगा

इक इक कर के सारी गिर्हें खुल जाएँगी

मेरी गुड़िया सब कुछ अच्छा हो जाएगा

प्यारा प्यारा निखरा निखरा उजला उजला

अच्छे बाबा सब कुछ अच्छा हो जाएगा

अच्छा अच्छा हो जाएगा सब कुछ अच्छा

अच्छा अच्छा सब कुछ अच्छा हो जाएगा

(1019) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Rafta Rafta Sab Kuchh Achchha Ho Jaega In Hindi By Famous Poet Imran Shamshad. Rafta Rafta Sab Kuchh Achchha Ho Jaega is written by Imran Shamshad. Complete Poem Rafta Rafta Sab Kuchh Achchha Ho Jaega in Hindi by Imran Shamshad. Download free Rafta Rafta Sab Kuchh Achchha Ho Jaega Poem for Youth in PDF. Rafta Rafta Sab Kuchh Achchha Ho Jaega is a Poem on Inspiration for young students. Share Rafta Rafta Sab Kuchh Achchha Ho Jaega with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.