Ghazals of Imran Aami
नाम | इमरान आमी |
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अंग्रेज़ी नाम | Imran Aami |
जन्म की तारीख | 1980 |
जन्म स्थान | Rawalpindi, Pakistan |
ज़ख़्म अब तक वही सीने में लिए फिरता हूँ
तुझ से इक हाथ क्या मिला लिया है
परिंदा आइने से क्या लड़ेगा
मैं सच कहूँ पस-ए-दीवार झूट बोलते हैं
कुछ एहतिमाम न था शाम-ए-ग़म मनाने को
कोई मेरा इमाम था ही नहीं
कोई मजनूँ कोई फ़रहाद बना फिरता है
जितने पानी में कोई डूब के मर सकता है
इस दश्त से आगे भी कोई दश्त-ए-गुमाँ है
हम-साए में शैतान भी रहता है ख़ुदा भी
एहतियातन उसे छुआ नहीं है
बात दिल को मिरे लगी नहीं है
आख़िर इक दिन सब को मरना होता है