Ghazals of Ijtiba Rizvi
नाम | इज्तिबा रिज़वी |
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अंग्रेज़ी नाम | Ijtiba Rizvi |
जन्म की तारीख | 1908 |
मौत की तिथि | 1991 |
कविताएं
Ghazal 5
Nazam 2
Couplets 5
Love 6
Sad 7
Heart Broken 8
Hope 5
Friendship 1
Islamic 1
Sufi 2
देशभक्तिपूर्ण 1
ख्वाब 2
Sharab 1
ज़ुहूर-ए-पैकरी सहरा में है सिर्फ़ इक निशाँ मेरा
ख़िरद को ख़ाना-ए-दिल का निगह-बाँ कर दिया हम ने
इक अख़्गर-ए-जमाल फ़रोज़ाँ ब-शक्ल-ए-दिल
दिल है और ख़ुद नगरी ज़ौक़-ए-दुआ जिस को कहें
चुराने को चुरा लाया मैं जल्वे रू-ए-रौशन से