Hope Poetry of Iftikhar Mughal

Hope Poetry of Iftikhar Mughal
नामइफ़्तिख़ार मुग़ल
अंग्रेज़ी नामIftikhar Mughal
जन्म की तारीख1961
जन्म स्थानPakistan

यही चराग़ है सब कुछ कि दिल कहें जिस को

ख़ुदा! सिला दे दुआ का, मोहब्बतों के ख़ुदा

तुम्हें भी चाहा, ज़माने से भी वफ़ा की थी

रख-रखाव में कोई ख़्वार नहीं होता यार

कोई वजूद है दुनिया में कोई परछाईं

जमाल-गाह-ए-तग़ज़्ज़ुल की ताब-ओ-तब तिरी याद

इफ़्तिख़ार मुग़ल Hope Poetry in Hindi - Read famous Hope Shayari, Romantic Ghazals & Sad Poetry written by इफ़्तिख़ार मुग़ल. Largest collection of Hope Poems, Sad Ghazals including Two Line Sher and SMS by इफ़्तिख़ार मुग़ल. Share the इफ़्तिख़ार मुग़ल Hope Potery, Romantic Hindi Ghazals and Sufi Shayari with your friends on whats app, facebook and twitter.